वृद्धिवाधिका वटी का परिचय (Introduction of Vridhivadhika Vati)
दोस्तों आज हम बात करेंगे वृद्धिवाधिका वटी के बारे में. देखिए दोस्तों जैसा कि आपको इसके नाम से ही पता लग रहा होगा वृद्धिवाधिका वटी मतलब असामान्य यानी अब नॉर्मल जो वृद्धि होती है. आपके शरीर में उसको यह बाधा पहुंचाती है. उसको रोकने के लिए बहुत ही कारगर और इफेक्टिव मेडिसिन होती है.
Table of Contents
तो आज हमय वृद्धिवाधिका वटी के फायदों से लेकर, आपको इसे यूज कैसे करना है. इसके बारे में आज के इस वीडियो में हम बात करेंगे तो इस आर्टिकल के अंत तक आप बने रहिए.

देखिए दोस्तों सबसे पहले तो मैं आपको यह बता दूं कि यह जो वृद्धि वादी का वटी है यह आयुर्वेद की क्लासिकल मेडिसिन है. बहुत सारी आयुर्वेद की कंपनिया इसको बनाती हैं. तो आप चाहे तो किसी भी कंपनी का ले सकते हो.
वृद्धिवाधिका वटी क्या है? (What is Vridhivadhika Vati?)
देखिए दोस्तों सबसे पहले तो मैं आपको यह बता दूं कि यह जो वृद्धि वादी का वटी है यह आयुर्वेद की क्लासिकल मेडिसिन है। बहुत सारी आयुर्वेद की कंपनिया इसको बनाती हैं। तो आप चाहे तो किसी भी कंपनी का ले सकते हो।
वृद्धिवाधिका वटी के घटक (Vridhivadhika Vati Ingredients in Hindi)
अगर हम वृद्धिवाधिका (Vridhivadhika vati Ingredients) वटी इंग्रेडिएंट्स की बात करें यानी कि इसके अंदर क्या-क्या चीजें शामिल की गई है। अगर इसकी बात करें तो इसके अंदर जो है :
क्र।सं। | घटक द्रव्य | उपयोगी हिस्सा | अनुपात |
1. | शुद्ध पारद (Mercury) | 1 भाग | |
2. | शुद्ध गन्धक (Sulphur) | 1 भाग | |
3. | लौह भस्म | 1 भाग | |
4. | ताम्र भस्म | 1 भाग | |
5. | कांस्य भस्म | 1 भाग | |
6. | वंग भस्म | 1 भाग | |
7. | कपर्दक भस्म | 1 भाग | |
8. | शुद्ध हरताल | 1 भाग | |
9. | शुद्ध तूतिया | 1 भाग | |
10. | शंख भस्म | 1 भाग | |
11. | शुण्ठी (Zingiber officinale Rosc।) | 1 भाग | |
12. | मरिच (Piper nigrum Linn।) | 1 भाग | |
13. | पिप्पली (Piper longum Linn।) | 1 भाग | |
14. | हरीतकी (Terminalia chebula Retz।) | 1 भाग | |
15. | विभीतकी (Terminalia bellirica Roxb।) | 1 भाग | |
16. | आमलकी (Emblica officinalis Gaertn।) | 1 भाग | |
17. | चव्य (Piper retrofractum Vahl।) | 1 भाग | |
18. | वायविडंङ्ग (Embelia ribes Burm।) | 1 भाग | |
19. | विधारामूल | 1 भाग | |
20. | कचूर (Cinnamomum camphor Nees & Eberm) | 1 भाग | |
21. | पिप्पलीमूल (Piper longum Linn।) | जड़ | 1 भाग |
22. | पाठा (Cissampelos pareria Linn।) | जड़ | 1 भाग |
23. | हपुषा (Juniperus communis Linn।) | 1 भाग | |
24. | वचा (Acorus calamus Linn।) | कन्द | 1 भाग |
25. | इलायची (Elettaria cardamomum Maton।) | बीज | 1 भाग |
26. | देवदारु (Cedrus deodara (Roxb।) Loud।) | सार | 1 भाग |
27. | सैंधव लवण | 1 भाग | |
28. | कालानमक | 1 भाग | |
29. | विड् लवण | 1 भाग | |
30 | सामुद्र लवण | 1 भाग | |
31. | सांभर लवण | 1 भाग | |
32. | हरीतकी क्वाथ (Terminalia chebula Retz।) | 1 भाग |
और पढ़ें : Hamdard Khamira Hameedi Benefits Dosage & Side effects
वृद्धिवाधिका वटी के फायदे (Benefits of Vridhivadhika Vati)
तो अब अगर हम इसके फायदों की बात करें तो देखिए
अंडकोष विकार में वृद्धिवाधिका वटी से फायदा (Vridhivadhika Vati uses in Hydrocele in Hindi)
दोस्तों यह हाइड्रो सेल यानी पुरुषों के जो अंडकोष होते हैं उसका आकार बढ़ने लगता है। उसमें दर्द होता है या वहां पर गांठ हो जाती है, उसमें पानी भर जाता है तो ऐसी कंडीशन में यह जो मेडिसिन है। यह विशेष रूप से फायदेमंद है।
इसके अलावा आंतों की वृद्धि के रोग में आंत वृद्धि आत बढ़ गई है। हरनिया जिसे बोल दिया जाता है। किसी भी प्रकार का हर्निया हो हरनिया की समस्या में भी इफेक्टिव है। देखिए हर्निया के जो शुरुआती लक्षण होते हैं। तो उसमें इसको अगर इस्तेमाल कराया जाए तो इसमें इसका आपको काफी बढ़िया फायदे है।
शिस्ट में वृद्धिवाधिका वटी से फायदा
अब यह किडनी में अगर शिस्ट हो जाए या ब्लैडर में सिस्ट हो जाए तो उस कंडीशन में भी वृद्धि वादी का वटी फायदेमंद है। और देखिए इसके अलावा अगर यूटरस में अगर सिस्ट हो जाए जो लेडीज होती हैं, उनके यूटरस में
अगर शिष्ट हो गया तो उसमें भी वृद्धि वाद कवटी देते हैं। इसके अलावा लेडीज लोगों को अगर पीसीओएस या पीसीओडी की प्रॉब्लम है। तो उस कंडीशन में भी ये मेडिसिन दी जाती है। और काफी लेडीज कोफायदा भी मिला है।
देखिए दोस्तों यहां मैं आपसे कहना चाहूंगा कि अगर आपको हाइड्रोसिल है हाइड्रोसिल के लिए लेना चाहते हो तो इसके साथ-साथ जो है चंद्र प्रभावती भी आती है देखिए बहुत सारी कंपनियों की चंद्र प्रभाव आती है।
जैसे कि वैधनाथ हो गई पतंजली होगी आदि किसी भी कंपनी की ले सकते हो। आप तो वृद्धि वादिका वटी के साथ अगर आप चंद्र प्रभाव वटी भी लेते हैं। तो आपको हाइड्रोसिल में काफी अच्छा फायदा व देखने को मिलेगे।
देखिए दोस्तों हर्निया में से आरोग्य वर्धनी वटी के साथ लेना जो है। काफी अच्छा रहता है। काफी बढ़िया फायदा है वो देखने को मिलता है।
और पढ़ें : Best 5 सौंफ खाने के फायदे | Fennel Meaning in Hindi
वृद्धिवाधिका वटी के नुकसान
साइड इफेक्ट की अगर हम बात करें तो देखिए इसका ऐसा कोई साइड इफेक्ट नहीं है। ओवरडोज ना करें और अगर आपको पेड़ से रिलेटेड कोई बीमारी है, प्रॉब्लम है, जैसे कि पेट दर्द पेट का अल्सर अल्सरेटिव कोलाइटिस या बवासीर आदि इस टाइप की प्रॉब्लम है तो इसका इस्तेमाल ना करें। या इसे लेने से पहले डॉक्टर से सलाह ले।
वृद्धिवाधिका वटी की खुराक (Doses of Vridhivadhika Vati in Hindi)
तो अब अगर हम इसके डोज की बात करें तो देखिए एक से दो टैबलेट आप जो है। सुबह शाम है वो ले सकते हैं। और आप इसको जो है। खाना खाने के बाद वो ले सकते हैं। देखिए आप इसको हल्के गुनगुने पानी के साथ ले सकते हैं।
वृद्धिवाधिका वटी के अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
वृद्धिवाधिका वटी क्या है ?
वृद्धिवाधिका वटी मतलब असामान्य यानी अब नॉर्मल जो वृद्धि होती है। आपके शरीर में उसको यह बाधा पहुंचाती है। उसको रोकने के लिए बहुत ही कारगर मेडिसिन होती है।
वृद्धिवाधिका वटी के मुकीय घटक क्या है ?
देखिए त्रिकटु त्रिफला लह भस्म वंग भस्म शंक भस्म कपर तक भस्म शुद्ध पारा शुद्ध गंधक आदि इस प्रकार के इंग्रेडिएंट्स किए गए हैं। जिससे यह मेडिसिन है वो बनाई गई है।
वृद्धिवाधिका वटी की खुराक क्या है ?
एक से दो टैबलेट आप जो है। सुबह शाम है वो ले सकते हैं। और आप इसको खाना खाने के बाद सकते हैं।
वृद्धिवाधिका वटी लेने के क्या लाब है ?
यह किडनी में अगर शिस्ट हो जाए या ब्लैडर में सिस्ट हो जाए तो उस कंडीशन में भी वृद्धि वादी का वटी फायदेमंद है। यह हाइड्रो सेल यानी पुरुषों के जो अंडकोष होते हैं उसका आकार बढ़ने लगता है। यह विशेष रूप से फायदेमंद है।
दोस्तों यह थी वृद्धिवाधिका वटी के बारे में जानकारी फिर भी कुछ पूछना चाहते हैं। आप तो मुझे बिल्कुल आप कमेंट्स के द्वारा भी पूछ सकते हैं। विशेष रूप से फायदेमंद है। दोस्तों आर्टिकल अगर आपको पसंद आई हो तो लाइक करें। आपने इस वीडियो को इतना कीमती समय दिया उसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।